सावन शुरू होते ही कई ज़िलों में School बंद – जानिए किन राज्यों में छुट्टियों का ऐलान हुआ

School Holiday Announcement – सावन का महीना बरसात, हरियाली और त्योहारों का मौसम होता है। लेकिन इस बार सावन की बारिश ने कई राज्यों में हालात बिगाड़ दिए हैं। भारी बारिश की वजह से नदियाँ उफान पर हैं, सड़कों पर पानी भर गया है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।

क्यों बंद हुए स्कूल – सावन में बारिश का असर

हर साल सावन के महीने में बारिश आम बात होती है, लेकिन 2025 में यह कुछ ज्यादा ही हो रही है। कई इलाकों में सामान्य से कहीं अधिक वर्षा हुई है, जिससे स्कूल जाना बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है।

  • कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
  • खराब सड़कें और जलभराव
  • स्कूल तक पहुँचने में परेशानी
  • बच्चों की सुरक्षा को लेकर माता-पिता की चिंता

यह निर्णय इसलिए भी लिया गया क्योंकि छोटे बच्चों को कीचड़, पानी और बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।

किन राज्यों में हुई छुट्टियों की घोषणा

हर राज्य की स्थिति एक जैसी नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे राज्य हैं जहाँ हालात ज्यादा बिगड़े हैं। नीचे दिए गए राज्यों में ज़िलावार स्कूलों की छुट्टियाँ घोषित की गई हैं:

उत्तराखंड

  • देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल में भारी बारिश की चेतावनी के बाद स्कूल बंद
  • SDRF की टीमें अलर्ट पर हैं
  • चारधाम यात्रा भी प्रभावित हुई है

उत्तर प्रदेश

  • सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद जैसे पश्चिमी ज़िलों में स्कूलों में छुट्टी
  • प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल दोनों पर असर
  • कुछ जगहों पर कॉलेज भी बंद

बिहार

  • पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में बाढ़ जैसे हालात
  • नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
  • बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल बंद

हिमाचल प्रदेश

  • शिमला, मंडी, कांगड़ा में भारी भूस्खलन का खतरा
  • ट्रैफिक और स्कूल बसों के लिए खतरा
  • ऑनलाइन क्लासेस का विकल्प अपनाया गया

राजस्थान

  • कोटा, उदयपुर जैसे इलाकों में भारी बारिश की वजह से स्कूलों में छुट्टी
  • सड़कों की हालत बेहद खराब

सरकार और प्रशासन की भूमिका

राज्य सरकारें और ज़िला प्रशासन हालात पर नज़र बनाए हुए हैं। समय-समय पर IMD (भारतीय मौसम विभाग) की रिपोर्ट के अनुसार निर्णय लिए जा रहे हैं।

  • मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन
  • स्कूल प्रबंधन को सूचित किया गया है
  • अभिभावकों को समय पर जानकारी दी जा रही है
  • कुछ जगहों पर ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था

मेरा अनुभव – जब बारिश में स्कूल जाना पड़ा

मुझे याद है, एक बार बचपन में जब मुरादाबाद में तेज़ बारिश हुई थी, तो स्कूल में आधे बच्चे ही पहुँच पाए थे। रास्ते में पानी इतना भर गया था कि जूते निकल गए और स्कूल की यूनिफॉर्म पूरी भीग गई थी। उस दिन हमने बस 15 मिनट की क्लास की और फिर घर वापस भेज दिया गया। इसके बाद प्रशासन ने बारिश के दौरान स्कूल बंद रखने का नियम बना दिया।

इसलिए, आज जब स्कूल बंद होते हैं तो लगता है कि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए यह सही कदम है।

माता-पिता के लिए सुझाव

बच्चों की छुट्टियाँ अचानक घोषित होती हैं, इसलिए अभिभावकों को तैयार रहना चाहिए:

  • बच्चों के स्कूल से जुड़े WhatsApp ग्रुप में सक्रिय रहें
  • घर पर बच्चों के लिए पढ़ाई और खेलने का संतुलन बनाएं
  • जरूरत हो तो बच्चों के साथ ऑनलाइन क्लास कराएं
  • बच्चों को बारिश में बाहर न जाने दें
  • बोरियत से बचाने के लिए किताबें, कहानियाँ और क्रिएटिव एक्टिविटी दें

बारिश के मौसम में स्कूल बंद होने के फायदे

बारिश से परेशानियाँ तो होती हैं लेकिन कुछ फायदे भी होते हैं:

  • बच्चों को प्राकृतिक मौसम को समझने का मौका
  • माता-पिता को बच्चों के साथ समय बिताने का मौका
  • घर में ही सुरक्षित और आरामदायक माहौल

कब तक बंद रहेंगे स्कूल?

यह पूरी तरह मौसम और प्रशासन के निर्णय पर निर्भर करता है। अधिकतर जगहों पर 2-3 दिन की छुट्टी होती है, लेकिन कहीं-कहीं हालात अधिक बिगड़ने पर हफ्ते भर तक स्कूल बंद किए जा सकते हैं।

संभावित कारण जिनसे छुट्टियाँ बढ़ सकती हैं:

  • लगातार बारिश का अनुमान
  • नदियों में बढ़ता जलस्तर
  • भूस्खलन या सड़क जाम जैसी स्थिति

सावन का मौसम जितना खूबसूरत होता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी। खासकर जब बच्चों की सुरक्षा का सवाल हो। स्कूल बंद करना एक एहतियात भरा फैसला है, जो बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के हित में है। ऐसे समय में हमें सरकार और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए और बच्चों की पढ़ाई को रोकने के बजाय उसे घर में ही जारी रखने की कोशिश करनी चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्न 1: क्या स्कूलों की छुट्टी पूरे राज्य में लागू होती है?

उत्तर: नहीं, स्कूलों की छुट्टियाँ ज़िलों के हालात के अनुसार घोषित की जाती हैं, पूरे राज्य में एक साथ नहीं।

प्रश्न 2: छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है?

उत्तर: कुछ जगहों पर स्कूल ऑनलाइन क्लासेस चला रहे हैं, लेकिन यह स्कूल-प्रबंधन पर निर्भर करता है।

प्रश्न 3: बच्चों को बारिश के दौरान स्कूल क्यों नहीं भेजना चाहिए?

उत्तर: जलभराव, सड़क की खराब स्थिति और बीमारियों के खतरे के कारण बच्चों को बारिश में स्कूल भेजना सुरक्षित नहीं होता।

प्रश्न 4: छुट्टी की सूचना कैसे मिलेगी?

उत्तर: अधिकतर स्कूल अभिभावकों को SMS, WhatsApp ग्रुप या स्कूल वेबसाइट के जरिए सूचना देते हैं।

प्रश्न 5: क्या स्कूल दोबारा खुलने की तारीख पहले से घोषित की जाती है?

उत्तर: अगर मौसम स्थिर होता है तो स्कूल दोबारा खुलने की तारीख घोषित कर दी जाती है, अन्यथा प्रशासन की ओर से नया आदेश जारी किया जाता है।

Leave a Comment