8वीं क्लास तक तीन दिन स्कूल रहेंगे बंद, डीएम ने जारी किए आदेश Sawan School Holidays

Sawan School Holidays – सावन का महीना आते ही पूरे उत्तर भारत में धार्मिक उत्सव और त्योहारों का माहौल बन जाता है। ऐसे में जब भारी बारिश और कांवड़ यात्रा का समय एक साथ हो, तो प्रशासन को बच्चों की सुरक्षा और व्यवस्था को देखते हुए जरूरी कदम उठाने पड़ते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही फैसला लिया गया है – 8वीं क्लास तक के स्कूल तीन दिन के लिए बंद रहेंगे। डीएम (जिलाधिकारी) ने यह आदेश सावन में बढ़ती भीड़ और संभावित अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जारी किया है।

आदेश का कारण क्या है?

इस तरह के फैसले सिर्फ छुट्टियों के लिए नहीं होते, इसके पीछे प्रशासन की गंभीरता होती है:

  • कांवड़ यात्रा के दौरान सड़कों पर भारी भीड़ होती है, जिससे ट्रैफिक बाधित हो जाता है।
  • भारी बारिश के कारण स्कूल जाना बच्चों के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
  • छोटे बच्चों को बीमारियों और कीचड़ भरे रास्तों से बचाना भी जरूरी होता है।
  • प्रशासन को सुरक्षा और यातायात नियंत्रण के लिए पुलिस बल को स्कूल ड्यूटी से हटाकर कांवड़ मार्गों पर तैनात करना होता है।

किन जिलों में लागू हुआ है यह आदेश?

यह फैसला विशेष रूप से उन जिलों में लागू किया गया है जहां सावन के दौरान कांवड़ यात्रा बड़ी संख्या में होती है। उदाहरण के तौर पर:

जिला आदेश लागू होने की तारीख छुट्टी किन कक्षाओं तक
मेरठ 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
मुजफ्फरनगर 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
हरिद्वार 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
बागपत 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
सहारनपुर 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
गाजियाबाद 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक
हापुड़ 21 जुलाई से 23 जुलाई 8वीं तक

नोट: कुछ जगहों पर जिलाधिकारी परिस्थिति के अनुसार छुट्टियों की तारीख आगे बढ़ा सकते हैं।

क्या सिर्फ सरकारी स्कूल बंद रहेंगे?

नहीं, यह आदेश सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होता है। चाहे CBSE बोर्ड हो या राज्य बोर्ड, अगर स्कूल 8वीं क्लास तक है, तो वह तीन दिन बंद रहेगा।

यह आदेश इसलिए जरूरी माना गया क्योंकि बहुत से निजी स्कूलों में बच्चे दूर-दराज से आते हैं और ऐसे मौसम में उनके लिए यात्रा करना सुरक्षित नहीं होता।

बच्चों के लिए क्यों जरूरी है ये फैसला?

यह निर्णय केवल प्रशासनिक नज़रिए से नहीं, बल्कि बच्चों की सेहत और सुरक्षा के लिहाज़ से भी लिया गया है:

  • भारी बारिश में स्कूल ड्रेस और जूते गीले हो जाते हैं, जिससे सर्दी-खांसी या बुखार की संभावना रहती है।
  • कांवड़ यात्रा के कारण सड़क पर चलना जोखिम भरा होता है। कई बार स्कूली बसें जाम में फंस जाती हैं।
  • जिन घरों में दोनों माता-पिता काम करते हैं, उनके लिए भी राहत होती है कि इस दौरान बच्चे घर पर सुरक्षित रहेंगे।

व्यक्तिगत अनुभव: पिछले साल मेरे भतीजे का स्कूल इसी दौरान खुला था। बारिश में भीगकर आने के बाद उसे तेज बुखार हो गया। इस साल जब सुना कि तीन दिन की छुट्टी है, तो हमें भी राहत महसूस हुई।

माता-पिता क्या करें इन छुट्टियों में?

इन तीन दिनों को माता-पिता बच्चों के साथ समय बिताने का मौका मान सकते हैं। कुछ सुझाव:

  • बच्चों को सावन से जुड़ी धार्मिक और सांस्कृतिक जानकारी दें।
  • घर पर DIY (खुद से बनाओ) एक्टिविटी कराएं, जैसे राखी बनाना, मिट्टी से गणेश जी बनाना।
  • कहानियों और किताबों के ज़रिए बच्चों को शिक्षाप्रद बातें सिखाएं।
  • बच्चों को आराम दें ताकि वे रिफ्रेश होकर स्कूल लौटें।

आने वाले दिनों में और छुट्टियां हो सकती हैं?

हां, अगर बारिश का स्तर ज्यादा बढ़ा या कोई और बड़ा आयोजन हुआ, तो जिलाधिकारी आदेशों को आगे बढ़ा सकते हैं। हर जिले की परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। अभिभावकों को प्रशासन की वेबसाइट या स्थानीय समाचार माध्यमों से जानकारी मिलती रहनी चाहिए।

बच्चों की पढ़ाई पर क्या असर पड़ेगा?

  • सिर्फ तीन दिन की छुट्टियां हैं, इसलिए पढ़ाई पर खास असर नहीं पड़ेगा।
  • स्कूल बाद में क्लास में अतिरिक्त समय देकर या होमवर्क के जरिए उसे कवर कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन क्लासेस भी एक विकल्प हो सकता है, अगर स्कूल प्रबंधन सहमत हो।

सावधानी बरतने की ज़रूरत

हालांकि छुट्टी मिलना बच्चों के लिए खुशी की बात होती है, लेकिन इस समय में सुरक्षा और साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है:

  • गंदे पानी में खेलने से बचाएं।
  • बारिश में बाहर जाने से बचाएं, खासकर बिजली कड़कने के समय।
  • बच्चों को हल्का और पौष्टिक खाना दें ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।

इस फैसले से साफ है कि प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है। सावन का महीना धार्मिक और सामाजिक रूप से भले ही खास हो, लेकिन इसमें सुरक्षा से जुड़ी कई चुनौतियाँ भी होती हैं। तीन दिन की छुट्टी बच्चों, माता-पिता और स्कूल प्रशासन – तीनों के लिए राहत भरा फैसला है। हमें प्रशासन के इस निर्णय का सम्मान करना चाहिए और इस समय को बच्चों के साथ सकारात्मक तरीके से बिताना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या यह छुट्टियां पूरे भारत में लागू होंगी?
नहीं, ये छुट्टियां सिर्फ उन्हीं जिलों में लागू होंगी जहां कांवड़ यात्रा और भारी बारिश की वजह से जोखिम बढ़ गया है।

2. क्या 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुले रहेंगे?
हां, यह आदेश सिर्फ 8वीं क्लास तक के स्कूलों पर लागू है। ऊपर की कक्षाओं के लिए स्कूल खुले रहेंगे जब तक अलग आदेश न हो।

3. क्या प्राइवेट स्कूलों को भी यह आदेश मानना होगा?
हां, डीएम द्वारा जारी आदेश सभी स्कूलों पर लागू होता है, चाहे वो सरकारी हों या प्राइवेट।

4. क्या ऑनलाइन क्लासेस चल सकती हैं छुट्टी के दौरान?
अगर स्कूल प्रबंधन चाहे तो छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन क्लासेस चला सकता है, लेकिन ये अनिवार्य नहीं है।

5. क्या भविष्य में ऐसी और छुट्टियां हो सकती हैं?
अगर मौसम और धार्मिक आयोजनों की स्थिति खराब रही तो प्रशासन आगे भी इस तरह के निर्णय ले सकता है।

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