PPF Account Rule Change – अगर आपने भी भविष्य की सुरक्षा के लिए PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) अकाउंट खुलवा रखा है तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने हाल ही में PPF खातों से जुड़े कुछ अहम नियमों में बदलाव किए हैं, जिनकी जानकारी न होने पर आपका अकाउंट ‘फ्रीज’ यानी अस्थायी रूप से बंद हो सकता है। कई लोगों को समय पर जरूरी प्रक्रियाएं पूरी न करने के कारण बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि PPF खाते में नया क्या बदल गया है, किन नियमों को जानना जरूरी है, और कैसे आप अपने पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं।
PPF खाता क्या है और क्यों होता है जरूरी?
- PPF खाता एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है जिसे सरकार द्वारा संचालित किया जाता है।
- इसमें जमा की गई राशि पर टैक्स में छूट मिलती है और ब्याज भी गारंटीड होता है।
- निवेश की अवधि 15 साल की होती है, जिसे 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है।
PPF नियमों में क्या नया बदलाव हुआ है?
सरकार द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के अनुसार अब कुछ महत्वपूर्ण बातों का पालन जरूरी हो गया है:
- नियमित जमा अनिवार्य: अगर आप सालाना न्यूनतम ₹500 जमा नहीं करते हैं, तो खाता निष्क्रिय (Inactive) हो सकता है।
- Inactive खाता होगा फ्रीज: अगर खाता निष्क्रिय हो गया है और आपने उसे दोबारा एक्टिवेट नहीं करवाया तो यह पूरी तरह से फ्रीज हो सकता है।
- पेनल्टी और फॉर्म जरूरी: पुनः सक्रिय करने के लिए ₹500 जुर्माना और ₹500 की वार्षिक राशि जमा करनी होगी।
- फॉर्म H आवश्यक: अगर मैच्योरिटी के बाद अकाउंट को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो हर बार 1 साल के भीतर फॉर्म H भरना अनिवार्य है।
किन लोगों के अकाउंट फ्रीज हुए? एक सच्चा उदाहरण
गाजियाबाद निवासी रेखा शर्मा ने 2009 में PPF खाता खोला था। उन्होंने 2023 में मैच्योरिटी के बाद इसे आगे नहीं बढ़ाया और न ही फॉर्म H भरा। नतीजा यह हुआ कि 2024 में उनके द्वारा जमा की गई राशि बैंक ने स्वीकार नहीं की। जब उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि उनका खाता फ्रीज हो गया है और उसे दोबारा एक्टिवेट करने के लिए उन्हें जुर्माना भरना होगा।
फ्रीज खाता दोबारा कैसे चालू करें?
अगर आपका PPF खाता फ्रीज हो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाकर आप इसे दोबारा एक्टिव कर सकते हैं:
- पास के बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाएं जहां खाता खुला है।
- ₹500 की सालाना न्यूनतम राशि + ₹500 पेनल्टी जमा करें।
- ‘खाता पुनः सक्रियण’ के लिए आवेदन करें।
- संबंधित फॉर्म भरें और पहचान पत्र की कॉपी दें।
PPF खाता निष्क्रिय होने से क्या नुकसान होता है?
- ब्याज मिलना बंद हो सकता है।
- लोन या आंशिक निकासी नहीं हो पाएगी।
- टैक्स बेनिफिट पर असर पड़ सकता है।
- अकाउंट को समय पर रिन्यू न करने से ब्याज दरें भी प्रभावित हो सकती हैं।
PPF से जुड़ी जरूरी जानकारियां – एक नजर में
विवरण | जानकारी |
---|---|
न्यूनतम जमा राशि | ₹500 प्रति वर्ष |
अधिकतम जमा राशि | ₹1.5 लाख प्रति वर्ष |
खाता अवधि | 15 वर्ष (5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है) |
ब्याज दर (2025 तक) | 7.1% (सरकार द्वारा तय की जाती है) |
टैक्स लाभ | धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट |
अकाउंट निष्क्रिय होने की स्थिति | न्यूनतम राशि न जमा करने पर |
पुनः सक्रियण शुल्क | ₹500 जुर्माना + ₹500 सालाना जमा |
क्या करें और क्या न करें
क्या करें:
- हर साल ₹500 से ज्यादा की राशि जरूर जमा करें।
- अगर मैच्योरिटी के बाद भी निवेश जारी रखना है तो 1 साल के अंदर फॉर्म H भरें।
- अगर कभी खाता निष्क्रिय हो जाए तो जल्द से जल्द बैंक या पोस्ट ऑफिस में संपर्क करें।
क्या न करें:
- खाते को लंबे समय तक बिना जमा के न छोड़ें।
- नियमों की जानकारी के बिना फॉर्म भरने या राशि जमा करने से बचें।
- मैच्योरिटी के बाद बिना प्लानिंग के अकाउंट को खुला न रखें।
व्यक्तिगत अनुभव से सीख
मेरे खुद के एक दोस्त ने PPF में 2010 से निवेश करना शुरू किया था। 2023 में खाता मैच्योर हुआ, लेकिन जानकारी के अभाव में उन्होंने इसे आगे नहीं बढ़ाया। बाद में जब वह राशि जमा करने गए तो उनका खाता फ्रीज हो चुका था। उन्हें ₹1,000 अतिरिक्त जुर्माना देना पड़ा। तभी उन्होंने जाना कि फॉर्म H कितना जरूरी है। तब से वे हर साल समय पर फॉर्म जमा करते हैं और अपने दोस्तों को भी सतर्क करते हैं।
PPF खाता भविष्य के लिए एक शानदार निवेश साधन है, लेकिन इसके नियमों की जानकारी न होने से यह परेशानी का कारण भी बन सकता है। यदि आपने समय पर जमा नहीं किया या जरूरी फॉर्म नहीं भरे, तो खाता फ्रीज होकर आपको आर्थिक नुकसान दे सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप समय रहते सभी जरूरी कार्यवाही पूरी करें और अपने निवेश को सुरक्षित रखें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र1. अगर PPF खाता निष्क्रिय हो जाए तो क्या ब्याज मिलना बंद हो जाता है?
हाँ, जब तक खाता दोबारा सक्रिय नहीं होता तब तक ब्याज का भुगतान नहीं किया जाता।
प्र2. PPF खाते को दोबारा चालू करने की प्रक्रिया क्या है?
₹500 की पेनल्टी और ₹500 सालाना जमा राशि के साथ संबंधित फॉर्म भरना होता है।
प्र3. क्या फॉर्म H हर बार मैच्योरिटी के बाद जरूरी होता है?
हाँ, हर बार जब आप खाता बढ़ाना चाहते हैं तो फॉर्म H भरना अनिवार्य है।
प्र4. कितनी राशि सालाना जमा करना अनिवार्य है?
PPF में सालाना कम से कम ₹500 जमा करना जरूरी है।
प्र5. PPF में अधिकतम कितनी राशि जमा की जा सकती है?
हर साल अधिकतम ₹1.5 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है।