LPG Cylinder Price Today – एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव आम जनता के बजट को सीधा प्रभावित करता है। जब भी सिलेंडर के रेट घटते हैं, तो मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवारों को एक बड़ी राहत महसूस होती है। 1 अगस्त शुक्रवार को एक बार फिर एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई है, जिससे करोड़ों घरों के बजट में थोड़ी राहत आई है। खास बात ये है कि यह बदलाव बिना किसी सरकारी सब्सिडी के हुआ है, यानी सीधे तौर पर बाजार दर में कमी की गई है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि आपके शहर में 14.2 केजी का घरेलू एलपीजी सिलेंडर अब कितने रुपए में मिल रहा है और इसका फायदा कैसे उठाया जा सकता है।
1 अगस्त से कितना सस्ता हुआ एलपीजी सिलेंडर?
सरकारी तेल कंपनियों ने 1 अगस्त 2025 को घरेलू उपयोग वाले 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर के रेट में कटौती की है। यह कटौती ₹30 से ₹50 तक विभिन्न शहरों में देखने को मिली है।
सिलेंडर रेट में बदलाव के मुख्य कारण:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट
- डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती
- घरेलू मांग में स्थिरता
अलग-अलग शहरों में एलपीजी गैस सिलेंडर के नए रेट
नीचे दी गई टेबल में प्रमुख शहरों के ताज़ा एलपीजी गैस सिलेंडर रेट दिए गए हैं (14.2 KG घरेलू सिलेंडर के):
शहर का नाम | पुराना रेट (₹) | नया रेट (₹) | कटौती (₹) |
---|---|---|---|
दिल्ली | 903 | 873 | 30 |
मुंबई | 902 | 872 | 30 |
कोलकाता | 929 | 889 | 40 |
चेन्नई | 918 | 888 | 30 |
लखनऊ | 925 | 885 | 40 |
पटना | 950 | 910 | 40 |
भोपाल | 912 | 872 | 40 |
जयपुर | 920 | 880 | 40 |
आम जनता को कितना फायदा?
मेरे खुद के अनुभव से कहूं तो हमारे घर में हर महीने सिलेंडर भरवाना जरूरी होता है, और जब ₹30-₹40 की राहत मिलती है, तो साल भर में करीब ₹400 से ₹500 की बचत हो जाती है। यह रकम भले छोटी लगे, लेकिन एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए हर छोटी बचत मायने रखती है।
किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
- संयुक्त परिवारों को जो हर महीने दो से तीन सिलेंडर उपयोग करते हैं
- ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आमदनी सीमित है
- किराए के घरों में रहने वाले स्टूडेंट्स और वर्किंग क्लास को
गैस सब्सिडी चालू है या नहीं?
फिलहाल सरकार ने सभी उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी के रेट पर सिलेंडर देने की नीति जारी रखी है। केवल उज्ज्वला योजना के तहत रजिस्टर्ड लाभार्थियों को सीमित सब्सिडी दी जा रही है।
उज्ज्वला योजना के तहत लाभ:
- प्रति सिलेंडर ₹200 तक सब्सिडी
- साल में 12 सिलेंडर तक सब्सिडी का लाभ
- केवल उन लाभार्थियों को जो योजना के तहत पंजीकृत हैं
गैस सिलेंडर की कीमतें कैसे जानें?
हर महीने की पहली तारीख को इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम अपनी वेबसाइट पर नए रेट अपडेट करती हैं। आप नीचे दिए तरीकों से भी कीमतें जान सकते हैं:
- गैस कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर
- गैस ऐप या SMS अलर्ट से
- ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करके
भविष्य में और राहत की उम्मीद?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम और गिरते हैं, तो आने वाले महीनों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत और कम हो सकती है। हालांकि इसमें डॉलर की स्थिति और सरकार की टैक्स नीति की भी अहम भूमिका होती है।
रियल लाइफ उदाहरण
मेरे एक जानकार रवि जी जो लखनऊ में रहते हैं, उन्होंने बताया कि पहले ₹925 में सिलेंडर भरवाते थे और अब ₹885 में मिल रहा है। वे हर महीने दो सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं। यानी महीने में ₹80 की सीधी बचत और साल में करीब ₹960। उनके अनुसार यह कटौती उनके बजट के लिए बहुत बड़ी राहत है।
उपयोगकर्ताओं के लिए ज़रूरी सुझाव
- हर महीने की पहली तारीख को रेट चेक करें
- उज्ज्वला योजना में नाम जुड़वाएं यदि आप पात्र हैं
- गैस की बुकिंग समय पर करें ताकि देर से आने का नुकसान न हो
- पुराने सिलेंडर का वजन चेक करके ही रिसीव करें
एलपीजी सिलेंडर की कीमत में हुई यह कटौती छोटे लेकिन महत्वपूर्ण स्तर पर आम लोगों के बजट को राहत देती है। यदि आप भी हर महीने सिलेंडर भरवाते हैं, तो यह खबर आपके लिए वाकई फायदेमंद है। सही समय पर जानकारी लेना, उज्ज्वला योजना का लाभ उठाना और बचत की आदत बनाना अब जरूरी हो गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न 1: क्या एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत हर महीने बदलती है?
हां, कीमतें हर महीने की पहली तारीख को अपडेट होती हैं।
प्रश्न 2: क्या सभी को सब्सिडी मिलती है?
नहीं, केवल उज्ज्वला योजना के पात्र लाभार्थियों को ही सब्सिडी मिलती है।
प्रश्न 3: क्या सिलेंडर की कीमतें और कम हो सकती हैं?
अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम घटते हैं तो हां, कीमतें और कम हो सकती हैं।
प्रश्न 4: गैस सिलेंडर की नई कीमत कैसे चेक करें?
आप गैस कंपनी की वेबसाइट, ऐप या SMS से कीमत जान सकते हैं।
प्रश्न 5: क्या निजी गैस कंपनियों के रेट अलग होते हैं?
हां, निजी कंपनियों के रेट सरकारी कंपनियों से थोड़े अलग हो सकते हैं।