IMD Weather Alert – देश के मौसम में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने 24 जुलाई से 26 जुलाई 2025 तक के लिए गंभीर अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के अनुसार देश के 15 राज्यों में तेज़ आंधी-तूफान और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ राज्यों में तो हवाएं 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने की चेतावनी दी गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। किसान, मजदूर, स्कूली बच्चों के माता-पिता, और सफर करने वाले लोगों को इस चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए। यह मौसम न केवल यात्रा को बाधित करेगा बल्कि खेतों में खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
मौसम विभाग का अलर्ट – किन राज्यों में खतरा सबसे ज्यादा?
IMD ने जो ताज़ा पूर्वानुमान जारी किया है, उसके अनुसार इन राज्यों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का खतरा है:
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- झारखंड
- पश्चिम बंगाल
- ओडिशा
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- महाराष्ट्र
- गुजरात
- राजस्थान
- उत्तराखंड
- हिमाचल प्रदेश
- असम
- मेघालय
- नागालैंड
इन सभी राज्यों में अलग-अलग तारीखों पर तेज़ हवाएं और मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है। कुछ इलाकों में बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ सकती हैं।
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह बदलाव बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र की वजह से हो रहा है। इससे मॉनसून की धाराएं काफी तेज़ हो गई हैं और नमी का स्तर बहुत बढ़ गया है। इसका सीधा असर उत्तर भारत और पूर्वी भारत के राज्यों पर पड़ रहा है।
तेज़ हवाएं और बिजली गिरने का खतरा – क्या करें, क्या न करें?
जब मौसम विभाग 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी देता है, तो इसका मतलब है कि स्थिति गंभीर हो सकती है। ऐसे में आम लोगों को निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
सावधानी बरतने के लिए टिप्स:
- बिजली चमकते समय पेड़ के नीचे खड़े न हों
- खुले मैदान या छतों पर न जाएं
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग सीमित करें
- वाहन चलाते समय बहुत सतर्क रहें
- ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों से दूर रहें
- मोबाइल चार्जिंग से बचें जब आसमान में गरज-चमक हो रही हो
व्यक्तिगत अनुभव:
मेरे खुद के गांव (जौनपुर, यूपी) में पिछले साल इसी तरह की स्थिति में अचानक आए तूफान ने कई पेड़ों को गिरा दिया था और एक स्थानीय स्कूल की छत उड़ गई थी। गांव के बुज़ुर्गों का कहना था कि कई सालों बाद ऐसा प्रकोप देखा गया। इस बार मैंने खुद अपने माता-पिता को पहले ही सूचित कर दिया है कि वे खेतों में न जाएं और घर के अंदर ही रहें।
किसानों के लिए खतरे की घंटी – फसलों पर असर
इस समय देश के कई हिस्सों में धान, मक्का और गन्ने की फसल लगी हुई है। इस प्रकार की तेज़ हवाएं और भारी बारिश फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। विशेषकर अगर पानी खेतों में भर गया, तो पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं और पैदावार पर असर पड़ेगा।
कृषि से जुड़े सुझाव:
- खेतों की ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त रखें
- गिरी हुई फसल को तुरंत संभालें
- आवश्यक होने पर खेतों में पानी निकालने के लिए ट्रेंच बनाएं
- सब्ज़ियों और फूलों की खेती करने वालों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए
यात्रियों और स्कूली बच्चों के लिए जरूरी अलर्ट
तेज़ बारिश और आंधी की वजह से रेल और हवाई सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं। साथ ही, स्कूलों में छुट्टियां घोषित हो सकती हैं। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को ऐसी स्थिति में स्कूल भेजने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।
यात्रा से पहले ध्यान दें:
- सफर की योजना स्थगित करें यदि भारी बारिश की चेतावनी हो
- मोबाइल में मौसम ऐप डाउनलोड कर अपडेट लें
- ट्रेन और फ्लाइट की स्थिति की पुष्टि करें
- ड्राइविंग करते समय हेडलाइट और वाइपर की स्थिति चेक करें
3 दिन का संभावित मौसम अनुमान (24 से 26 जुलाई)
तारीख | संभावित घटनाएं | प्रभावित राज्य | खतरे का स्तर |
---|---|---|---|
24 जुलाई | 50–60 km/h आंधी, मध्यम बारिश | बिहार, झारखंड, ओडिशा, बंगाल | मध्यम |
25 जुलाई | 60–70 km/h तेज़ हवाएं, बिजली गिरना | यूपी, एमपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान | उच्च |
26 जुलाई | मूसलाधार बारिश, भारी जलभराव | महाराष्ट्र, गुजरात, असम, मेघालय | अति उच्च |
स्थानीय प्रशासन ने क्या तैयारी की है?
देश के कई जिलों में प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है और आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात कर दिया गया है। स्कूलों में छुट्टियां घोषित की जा रही हैं और किसानों को ऑडियो संदेशों के जरिए सावधान किया जा रहा है। NDRF और SDRF की टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
मोबाइल यूज़र्स और बिजली उपकरणों के लिए खास चेतावनी
बारिश और बिजली गिरने के समय मोबाइल यूज़ करना, चार्जिंग पर लगाना या टीवी जैसे उपकरण चलाना खतरनाक साबित हो सकता है। पिछली घटनाओं से यह देखा गया है कि मोबाइल फोन में बिजली गिरने से दुर्घटनाएं हुई हैं।
बचाव के लिए सुझाव:
- बिजली गिरते समय चार्जिंग न करें
- वाई-फाई और टीवी बंद रखें
- घर के सभी प्लग सुरक्षित रखें
- मोबाइल इस्तेमाल करते समय हेडफोन का प्रयोग न करें
24 से 26 जुलाई तक मौसम का मिज़ाज बेहद बिगड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि हम खुद सतर्क रहें और अपने आस-पास के लोगों को भी सावधानी बरतने की सलाह दें। प्रशासन की ओर से मिलने वाले दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें।
मेरी राय में:
हर साल बरसात में हम लापरवाह हो जाते हैं, लेकिन मौसम अब पहले जैसा नहीं रहा। थोड़ी सी लापरवाही भारी नुकसान में बदल सकती है। इसलिए समय रहते ज़िम्मेदारी से तैयारी करें – यही समझदारी है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या सभी राज्यों में एक साथ तूफान और बारिश होगी?
नहीं, अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तारीखों पर मौसम का असर देखने को मिलेगा। कुछ राज्यों में 24 को तो कुछ में 26 जुलाई को बारिश और तेज़ हवाएं चलेंगी।
2. 70 km/h की रफ्तार से चलने वाली हवा कितनी खतरनाक होती है?
यह हवा पेड़ गिरा सकती है, बिजली के खंभे उखाड़ सकती है और छतों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए यह रफ्तार काफी खतरनाक मानी जाती है।
3. क्या स्कूल और ऑफिस बंद रहेंगे?
प्रभावित इलाकों में स्थानीय प्रशासन स्कूलों और कुछ ऑफिसों को बंद कर सकता है। इसका निर्णय जिला स्तर पर लिया जाएगा।
4. क्या किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सकते हैं?
हां, अगर वे खेतों में पानी निकालने की व्यवस्था करें और पौधों को सहारा देने के उपाय करें, तो नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता है।
5. अगर कोई यात्रा पहले से तय है तो क्या करें?
मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित करने का प्रयास करें। अगर बहुत जरूरी हो तो पूरी सावधानी बरतते हुए निकलें और मौसम अपडेट लेते रहें।