EPFO Pension Scheme: लाखों की उम्मीदों पर फिरा पानी, 15 लाख में से 11 लाख आवेदन खारिज

EPFO Pension Scheme – लाखों कर्मचारियों की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। जिस फैसले का बेसब्री से इंतजार हो रहा था, वो अब भारी निराशा में बदल गया है। EPFO द्वारा पेंशन बढ़ोतरी के लिए मिले 15 लाख से ज्यादा आवेदनों में से लगभग 11 लाख आवेदन खारिज कर दिए गए हैं। इसका असर उन कर्मचारियों पर पड़ा है जो रिटायरमेंट के बाद एक बेहतर जीवन की उम्मीद लगाए बैठे थे। यह खबर न केवल उन लोगों के लिए मायूसी का कारण है, बल्कि उनके पूरे परिवार की आर्थिक योजनाओं पर भी असर डालती है। आइए विस्तार से समझते हैं कि EPFO पेंशन स्कीम में ऐसा क्या हुआ जिससे इतने बड़े स्तर पर आवेदन अस्वीकृत हुए।

EPFO Pension Scheme का उद्देश्य क्या है?

EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) की पेंशन योजना यानी EPS (Employees’ Pension Scheme) का उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक सुरक्षित मासिक आमदनी देना है। इसमें कर्मचारी की सैलरी का एक हिस्सा और नियोक्ता (employer) की ओर से योगदान किया जाता है।

  • यह योजना उन सभी कर्मचारियों के लिए है जो EPFO में रजिस्टर्ड हैं
  • EPS के तहत मिलने वाली न्यूनतम पेंशन ₹1000 है
  • कुछ मामलों में पेंशन की राशि ₹7500 तक भी हो सकती है (ऊंची सैलरी और लंबी सेवा अवधि पर निर्भर करता है)

क्या है हाईर पेंशन का मामला?

2022 में सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा था कि वे कर्मचारी जो 2014 से पहले EPFO में थे और उन्होंने ज्यादा पेंशन के लिए योगदान किया है, वे अब उच्च पेंशन (Higher Pension) के लिए आवेदन कर सकते हैं।

  • इसके लिए EPFO ने एक विशेष पोर्टल शुरू किया
  • 15 लाख से ज्यादा लोगों ने उच्च पेंशन के लिए आवेदन किया
  • लेकिन अब खबर आई है कि इनमे से करीब 11 लाख आवेदनों को खारिज कर दिया गया है

किन कारणों से हुए इतने आवेदन खारिज?

EPFO ने कई तकनीकी और दस्तावेजी कारणों से अधिकांश आवेदनों को अस्वीकार कर दिया है। नीचे कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:

  • जरूरी दस्तावेजों की कमी (जैसे संयुक्त घोषणा या जॉइंट डिक्लरेशन)
  • समय सीमा के अंदर आवेदन न करना
  • पुराने नियोक्ता द्वारा योगदान की पुष्टि न होना
  • कर्मचारी की सेवा अवधि पूरी न होना
  • तकनीकी कारणों से डाटा मिसमैच

एक उदाहरण:
हरियाणा के रोहतक में रहने वाले 59 वर्षीय रामप्रकाश जी ने 32 साल तक प्राइवेट कंपनी में काम किया था। उन्होंने अपने पुराने नियोक्ता से जॉइंट डिक्लरेशन बनवाया और सबमिट किया, लेकिन उनका आवेदन ‘डेटा मिसमैच’ के कारण खारिज हो गया। अब वे इस फैसले को लेकर RTI डालने की सोच रहे हैं।

EPFO द्वारा दी गई स्पष्टीकरण और प्रक्रिया

EPFO ने साफ कहा है कि जिन आवेदनों में दस्तावेजों की कमी है या जॉइंट डिक्लरेशन नहीं है, उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, कुछ राज्यों में ROs (Regional Offices) ने इस मुद्दे पर पुनः आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव दिया है।

EPFO की ओर से की जा रही कार्रवाई:

  • खारिज किए गए आवेदनों की जानकारी पोर्टल पर दी जाएगी
  • आवेदकों को सुधार का एक और मौका मिल सकता है
  • EPFO अधिकारियों ने बताया कि वे फील्ड स्तर पर भी समीक्षा करेंगे

अब आगे क्या? क्या दोबारा आवेदन किया जा सकता है?

इस विषय पर अभी अंतिम निर्णय नहीं आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि EPFO जल्द ही एक बार फिर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकता है ताकि वास्तविक पात्र लोगों को लाभ मिल सके।

जरूरी सुझाव:

  • पुराने नियोक्ता से सटीक डिक्लरेशन लें
  • सभी दस्तावेज स्कैन और ओरिजिनल दोनों तैयार रखें
  • अगर पहले आवेदन खारिज हुआ है तो RTI या री-एप्लिकेशन की दिशा में कदम उठाएं

अस्वीकृत आवेदनों का राज्यवार आंकड़ा (उदाहरण के लिए)

राज्य कुल आवेदन खारिज हुए स्वीकृत हुए
महाराष्ट्र 3,50,000 2,60,000 90,000
उत्तर प्रदेश 2,80,000 2,00,000 80,000
कर्नाटक 2,10,000 1,60,000 50,000
गुजरात 1,80,000 1,30,000 50,000
दिल्ली 1,20,000 85,000 35,000
राजस्थान 1,00,000 70,000 30,000
अन्य राज्य 2,60,000 1,95,000 65,000
कुल 15,00,000 11,00,000 4,00,000

मेरे अनुभव से क्या सिखने को मिला?

मेरे एक मित्र ने खुद उच्च पेंशन के लिए आवेदन किया था। उसने अपने पुराने नियोक्ता से कड़ी मशक्कत के बाद डिक्लरेशन लिया, लेकिन पोर्टल पर फॉर्म सबमिट करते वक्त तकनीकी समस्या आ गई। जब तक उसने दोबारा अपलोड किया, तब तक आखिरी तारीख निकल चुकी थी। इससे यह सीख मिलती है कि दस्तावेज पहले से तैयार रखें और आखिरी तारीख का इंतजार न करें।

EPFO की उच्च पेंशन योजना अपने आप में बहुत ही लाभकारी हो सकती थी, लेकिन प्रक्रिया की जटिलता, दस्तावेजों की कमी और तकनीकी खामियों ने लाखों लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सरकार और EPFO को चाहिए कि वे प्रक्रिया को सरल बनाएं, आमजन को ज्यादा मार्गदर्शन दें और दोबारा आवेदन का अवसर दें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या जिनका आवेदन खारिज हुआ है वे दोबारा आवेदन कर सकते हैं?
हां, EPFO इस पर विचार कर रहा है। दोबारा आवेदन का विकल्प जल्द मिल सकता है।

2. आवेदन खारिज होने का मुख्य कारण क्या है?
ज्यादातर मामले में जॉइंट डिक्लरेशन या दस्तावेजों की कमी मुख्य कारण रहा है।

3. उच्च पेंशन योजना का लाभ किन्हें मिलता है?
वे कर्मचारी जो 2014 से पहले EPFO सदस्य थे और जिन्होंने पूरी सैलरी पर योगदान किया हो।

4. क्या पेंशन बढ़ाने से कर्मचारी को फायदा होगा?
हां, इससे रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन में अच्छी वृद्धि हो सकती है।

5. क्या आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है?
जी हां, EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है।

Leave a Comment