CIBIL Score को चेक करने से जुड़ा RBI का नियम पढ़ा या नहीं? बस इसी गलती से घट जाएगा आपका स्कोर, जानें असली वजह

CIBIL Score – आजकल हर कोई अपनी फाइनेंशियल हैल्थ को लेकर सजग हो गया है, और उसमें सबसे अहम भूमिका निभाता है आपका CIBIL Score। आपने भी कई बार सुना होगा कि “CIBIL Score चेक करते रहना चाहिए”, लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आपने बार-बार स्कोर चेक किया, तो आपका स्कोर खुद ही गिर सकता है? जी हां, यही वो गलती है जो लोग जाने-अनजाने में कर बैठते हैं। और RBI ने इसको लेकर कुछ अहम निर्देश भी दिए हैं, जिसे हर लोन लेने वाले, क्रेडिट कार्ड यूजर और बैंक कस्टमर को जरूर जानना चाहिए। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों CIBIL Score घटता है, क्या कहता है RBI का नियम, और आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपका स्कोर हमेशा अच्छा बना रहे।

CIBIL Score क्या होता है और क्यों है ज़रूरी?

  • CIBIL Score एक 3 अंकों का नंबर होता है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर तय होता है।
  • स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें 750 से ऊपर को अच्छा स्कोर माना जाता है।
  • ये स्कोर बैंक, NBFC और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन्स यह तय करने के लिए देखते हैं कि आपको लोन या क्रेडिट कार्ड देना चाहिए या नहीं।
  • अच्छा स्कोर मतलब बेहतर ब्याज दर और जल्दी अप्रूवल।

उदाहरण:

मेरे एक जानने वाले को, जिनका स्कोर 820 था, उन्होंने पर्सनल लोन के लिए अप्लाई किया और उन्हें महज 2 घंटे में अप्रूवल मिल गया। वहीं, एक और दोस्त का स्कोर 640 था, उनको बैंक ने लोन देने से मना कर दिया।

बार-बार CIBIL चेक करने से स्कोर घटता क्यों है?

CIBIL Score दो तरीकों से चेक होता है:

  1. Hard Inquiry: जब आप खुद लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपका स्कोर चेक करता है। इसे हार्ड इन्क्वायरी कहते हैं। एक बार में 5-6 हार्ड इन्क्वायरी हो गई तो स्कोर नीचे आ सकता है।
  2. Soft Inquiry: जब आप खुद MyCIBIL या किसी अन्य ऐप से स्कोर देखते हैं, तो वह सॉफ्ट इन्क्वायरी होती है, जो स्कोर को प्रभावित नहीं करती।

लेकिन समस्या तब आती है जब लोग एक ही समय में अलग-अलग बैंकों में लोन के लिए अप्लाई करते हैं और हर बार हार्ड इन्क्वायरी होती है।

वास्तविक उदाहरण:

मेरे पड़ोसी ने नई कार खरीदने के लिए एक साथ 4 बैंकों में लोन अप्लाई कर दिया। 10 दिनों में उनके स्कोर में 50 अंक की गिरावट आ गई, और अंत में उन्हें महंगे ब्याज दर पर लोन मिला।

RBI का नया नियम CIBIL Score चेकिंग को लेकर

RBI ने स्पष्ट किया है कि:

  • ग्राहक को हर साल एक बार फ्री में CIBIL Report देखने का अधिकार है।
  • फ्री रिपोर्ट के लिए कोई बैंक या संस्था फीस नहीं ले सकती।
  • लगातार हार्ड इन्क्वायरी से स्कोर गिर सकता है, इसलिए बैंकों को ग्राहकों को इस बारे में जागरूक करना जरूरी है।

ज़रूरी बातें:

  • RBI के निर्देशों के अनुसार, बैंक को बिना आपकी सहमति के CIBIL स्कोर चेक नहीं करना चाहिए।
  • बार-बार स्कोर चेक कराने पर सिस्टम आपको “Credit Hungry” दिखाता है, जिससे बैंक आपको रिस्की समझते हैं।

किन बातों का ध्यान रखें जिससे स्कोर न घटे?

  • लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए एक बार में एक ही बैंक से संपर्क करें।
  • अगर स्कोर देखना है तो खुद की Soft Inquiry करें, हार्ड इन्क्वायरी न करवाएं।
  • EMI और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाएं।
  • Unused क्रेडिट कार्ड को बंद न करें, इससे आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ती है और स्कोर अच्छा रहता है।
  • जरूरत से ज्यादा क्रेडिट इस्तेमाल न करें, 30% तक ही क्रेडिट लिमिट का उपयोग करें।

CIBIL Score घटने से क्या नुकसान हो सकता है?

स्कोर रेंज स्थिति परिणाम
800–900 Excellent लोन जल्दी, कम ब्याज दर
750–799 Good आसानी से अप्रूवल
650–749 Average शर्तों के साथ लोन मिल सकता है
550–649 Poor उच्च ब्याज दर, कठिन अप्रूवल
300–549 Very Poor लोन मिलने की संभावना बेहद कम

CIBIL Score को कैसे चेक करें बिना स्कोर को नुकसान पहुंचाए?

  • आप CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट (cibil.com) पर जाकर फ्री में साल में एक बार स्कोर चेक कर सकते हैं।
  • इसके अलावा आप Paytm, Bajaj Finserv, BankBazaar, PaisaBazaar जैसे एप्स से भी Soft Inquiry कर सकते हैं।
  • ध्यान रखें कि ये Apps आपकी सहमति के बिना हार्ड इन्क्वायरी नहीं करते।

CIBIL Score बढ़ाने के आसान उपाय

  • हर महीने समय पर क्रेडिट कार्ड और लोन की किश्त भरें।
  • कोई पुराना ड्यू क्लियर करें।
  • किसी भी फाइनेंशियल प्रोडक्ट के लिए अप्लाई करने से पहले स्कोर की स्थिति जानें।
  • बार-बार लोन के लिए अप्लाई न करें।
  • पुराना लोन बंद होने के बाद अपडेट करवाएं कि आपने भुगतान पूरा किया है।

CIBIL Score आपकी फाइनेंशियल पहचान है। अगर आप इसे लेकर लापरवाह हैं, तो आगे चलकर आपको बहुत परेशानी हो सकती है – जैसे लोन न मिलना, क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट होना या ज्यादा ब्याज दर लगना। RBI के नियम को समझें, बार-बार हार्ड इन्क्वायरी से बचें और सही तरीके से स्कोर चेक करें। याद रखें, जागरूकता ही सबसे बड़ी ताकत है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या रोज़ CIBIL स्कोर चेक करने से स्कोर घटता है?
नहीं, अगर आप खुद स्कोर चेक कर रहे हैं तो वह सॉफ्ट इन्क्वायरी होती है और इससे स्कोर नहीं घटता।

2. CIBIL स्कोर कितनी बार फ्री में देखा जा सकता है?
RBI के अनुसार साल में एक बार CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट से फ्री रिपोर्ट देखी जा सकती है।

3. क्या बैंक मेरी अनुमति के बिना स्कोर चेक कर सकता है?
नहीं, आपकी अनुमति के बिना कोई भी बैंक या संस्था स्कोर नहीं चेक कर सकती।

4. स्कोर गिरने के बाद दोबारा कितना समय लगता है उसे सुधारने में?
अगर आपने सुधारात्मक कदम उठाए हैं, तो 3–6 महीने में स्कोर में सुधार दिखने लगता है।

5. क्या ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने से स्कोर गिरता है?
नहीं, अगर आप सभी कार्ड को समय पर उपयोग और भुगतान करते हैं तो स्कोर पर अच्छा असर पड़ता है।

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