Post Office Double Return Scheme – अगर आप अपने पैसों को सुरक्षित जगह निवेश करके उसे दोगुना करना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की Double Return Scheme आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आज के समय में जब बैंकों की FD और बचत खातों पर ब्याज दरें घट रही हैं, ऐसे में पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि आपको भरोसेमंद 2X रिटर्न भी देती है। इस योजना में ₹1 लाख निवेश करके ₹2 लाख का रिटर्न पाना अब मुश्किल नहीं रहा। खास बात यह है कि सरकार द्वारा समर्थित होने की वजह से इसका जोखिम भी लगभग शून्य है।
पोस्ट ऑफिस की Double Return Scheme क्या है?
यह स्कीम असल में पोस्ट ऑफिस की National Savings Certificate (NSC) और Kisan Vikas Patra (KVP) जैसी योजनाओं का संयोजन है, जिनमें लंबे समय के लिए निवेश करके आप अपनी राशि को दोगुना बना सकते हैं।
- Kisan Vikas Patra (KVP) में राशि लगभग 115 महीनों यानी 9 साल 7 महीने में दोगुनी हो जाती है।
- NSC में निवेशक को 5 साल के बाद आकर्षक ब्याज के साथ गारंटीड रिटर्न मिलता है।
कौन कर सकता है इस योजना में निवेश?
- भारत का कोई भी नागरिक इस योजना में निवेश कर सकता है
- न्यूनतम ₹1,000 से शुरुआत की जा सकती है
- इसमें कोई अधिकतम सीमा नहीं है (KVP के लिए)
- 10 साल से अधिक उम्र के बच्चे भी इसके लिए पात्र हो सकते हैं (संयुक्त खाते के रूप में)
कितना मिलेगा रिटर्न? (व्यावहारिक उदाहरण)
नीचे दी गई तालिका में Kisan Vikas Patra में निवेश करने पर मिलने वाले अनुमानित रिटर्न को दर्शाया गया है:
निवेश राशि | योजना का नाम | अवधि | ब्याज दर | मैच्योरिटी राशि |
---|---|---|---|---|
₹1,00,000 | Kisan Vikas Patra | 115 महीने | 7.5% | ₹2,00,000 |
₹50,000 | NSC | 5 साल | 7.7% | ₹72,500 (लगभग) |
₹2,00,000 | KVP | 115 महीने | 7.5% | ₹4,00,000 |
₹10,000 | NSC | 5 साल | 7.7% | ₹14,500 (लगभग) |
इस स्कीम की खास बातें क्या हैं?
- सरकार द्वारा गारंटीड रिटर्न – रिटर्न पर कोई जोखिम नहीं
- लॉन्ग टर्म सेविंग – यह योजना बचत करने की आदत को मजबूती देती है
- टैक्स छूट – NSC के अंतर्गत आपको 80C के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है
- कम जोखिम – बैंकों के मुकाबले सुरक्षित और स्थिर
योजना में निवेश करने की प्रक्रिया
पोस्ट ऑफिस की डबल रिटर्न स्कीम में निवेश करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
- अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाएं
- KVP या NSC में से किसी एक योजना का चयन करें
- आधार कार्ड, पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ लेकर जाएं
- फॉर्म भरें और राशि जमा करें (नकद, चेक या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से)
मेरे अनुभव से सीखें – एक व्यक्तिगत उदाहरण
मैंने खुद 2020 में Kisan Vikas Patra में ₹1 लाख निवेश किया था। उस समय योजना की मैच्योरिटी अवधि करीब 9 साल की थी। मैंने कोई जोखिम नहीं लिया क्योंकि पोस्ट ऑफिस की विश्वसनीयता हमेशा रही है। आज उस निवेश पर मुझे ₹2 लाख मिलने वाले हैं – वो भी बिना किसी उतार-चढ़ाव के। जब भी मैं कोई लंबी अवधि की योजना देखता हूं तो पोस्ट ऑफिस की स्कीमें ही सबसे पहले दिमाग में आती हैं।
असली ज़िंदगी के उदाहरण – लोगों की राय
- सुधा देवी (गोरखपुर) – “मैंने बेटी की शादी के लिए ₹2 लाख KVP में डाले थे। आज 9 साल बाद मुझे ₹4 लाख मिलेंगे – ये मेरे लिए बहुत बड़ा सहारा है।”
- रमेश सिंह (जयपुर) – “NSC में ₹50,000 जमा किए थे, अब ₹72,000 से ज्यादा मिलेंगे – और टैक्स में भी राहत मिली।”
किन्हें इस स्कीम में निवेश करना चाहिए?
- वो लोग जो कम जोखिम में लॉन्ग टर्म सेविंग करना चाहते हैं
- वो लोग जो टैक्स सेविंग के साथ-साथ अच्छा रिटर्न चाहते हैं
- महिलाएं, सीनियर सिटिज़न और नौकरीपेशा व्यक्ति जिनके पास फिक्स सेविंग की सोच है
क्या इसमें कोई जोखिम है?
इस योजना में लगभग कोई जोखिम नहीं है क्योंकि यह योजना सरकार द्वारा समर्थित होती है। हालाँकि, ब्याज दरों में बदलाव समय-समय पर हो सकता है, लेकिन यह निवेश की सुरक्षा को प्रभावित नहीं करता।
अगर आप अपने पैसे को एक सुरक्षित जगह निवेश करना चाहते हैं जहां बिना किसी जोखिम के दोगुना रिटर्न मिले, तो पोस्ट ऑफिस की Double Return Scheme आपके लिए एक दमदार विकल्प है। यह योजना न केवल सुरक्षित है बल्कि समय के साथ वित्तीय सुरक्षा भी प्रदान करती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या पोस्ट ऑफिस की Double Return Scheme में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं?
नहीं, फिलहाल इसमें निवेश करने के लिए आपको पोस्ट ऑफिस जाना होगा।
2. न्यूनतम कितनी राशि से शुरुआत कर सकते हैं?
आप ₹1,000 से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
3. क्या यह स्कीम बच्चों के नाम पर ली जा सकती है?
हाँ, 10 साल से अधिक उम्र के बच्चे संयुक्त खाते के ज़रिए इसमें शामिल हो सकते हैं।
4. टैक्स छूट किस योजना में मिलती है?
NSC योजना में 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
5. अगर समय से पहले पैसा निकालना हो तो क्या संभव है?
कुछ विशेष परिस्थितियों में समय से पहले निकासी संभव है लेकिन उस पर पेनल्टी लग सकती है।