Aadhar Card New Rule: अब इन लोगों का आधार कार्ड होगा बंद – जानिए किसका नंबर हो रहा डिएक्टिवेट!

Aadhar Card New Rule : आजकल हर सरकारी योजना, बैंकिंग सेवा और पहचान के लिए आधार कार्ड सबसे जरूरी दस्तावेज बन चुका है। लेकिन अगर आपने कुछ ज़रूरी बातें नजरअंदाज कर दी हैं, तो आपका आधार कार्ड बंद भी हो सकता है। जी हाँ, UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने हाल ही में कुछ नए नियम लागू किए हैं जिनके चलते लाखों लोगों के आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो सकते हैं। अगर आप भी इस लापरवाही में शामिल हैं, तो आगे की जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

आधार कार्ड क्यों हो रहा है डिएक्टिवेट?

UIDAI ने साफ कर दिया है कि जिन आधार कार्ड धारकों ने अपने दस्तावेजों का समय-समय पर सत्यापन नहीं कराया है, उनका आधार कार्ड डिएक्टिवेट किया जा सकता है। साथ ही, जिन लोगों ने गलत जानकारी दी थी या फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए आधार बनवाया था, उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

डिएक्टिवेशन के मुख्य कारण:

  • 10 साल से पुराने आधार कार्ड में दस्तावेज अपडेट नहीं होना
  • मोबाइल नंबर लिंक न होना
  • फर्जी जानकारी के आधार पर आधार बनवाना
  • एक ही व्यक्ति के नाम पर एक से ज्यादा आधार कार्ड होना
  • बायोमेट्रिक डिटेल्स में गड़बड़ी
  • मौत के बाद भी आधार एक्टिव रहना

10 साल पुराने आधार कार्ड धारकों के लिए जरूरी खबर

UIDAI ने यह अनिवार्य कर दिया है कि जो आधार कार्ड 10 साल या उससे अधिक पुराने हैं, उनमें दस्तावेजों का अपडेट ज़रूरी है। कई लोगों ने आधार बनवाने के बाद अब तक उसमें कोई बदलाव या सत्यापन नहीं करवाया, जिससे उनका आधार कार्ड अब बंद किया जा सकता है।

क्या अपडेट करना है?

  • पता (Address)
  • पहचान पत्र (ID proof)
  • जन्मतिथि (Date of birth)
  • बायोमेट्रिक विवरण (फिंगरप्रिंट, आईरिस)

जिनका मोबाइल नंबर लिंक नहीं है – सावधान हो जाइए

बिना मोबाइल नंबर के लिंक किए हुए आधार कार्ड अब लगभग बेकार माने जा रहे हैं। OTP आधारित वेरिफिकेशन और कई अन्य सेवाओं के लिए मोबाइल नंबर का लिंक होना अनिवार्य है।

मोबाइल लिंक न होने के नुक़सान:

  • बैंकिंग सेवाएं रुक सकती हैं
  • सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा
  • PAN-Aadhaar लिंकिंग नहीं हो पाएगी
  • e-KYC नहीं हो पाएगा

फर्जी आधार कार्ड धारकों पर UIDAI की सख्ती

हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां एक ही व्यक्ति ने अलग-अलग नाम और विवरणों से कई आधार कार्ड बनवा लिए थे। ऐसे फर्जी मामलों की अब पहचान की जा रही है और UIDAI ऐसे आधार कार्ड को न केवल डिएक्टिवेट कर रहा है, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी कर रहा है।

एक उदाहरण:

राजस्थान के भरतपुर जिले में एक व्यक्ति ने अपने नाम, पिता के नाम और जन्मतिथि में थोड़े बहुत फेरबदल करके तीन आधार कार्ड बनवा लिए थे। जब वह सरकारी योजना के तहत तीन बार लाभ लेने गया, तो सिस्टम ने उसे पकड़ लिया और उसके सभी कार्ड डिएक्टिवेट कर दिए गए।

बायोमेट्रिक गड़बड़ी भी बन सकती है कारण

बहुत बार ऐसा होता है कि किसी का फिंगरप्रिंट स्कैन नहीं होता या फिर आंखों का स्कैन सिस्टम में फेल हो जाता है। ऐसे मामलों में आधार के माध्यम से पहचान नहीं हो पाती और UIDAI ऐसे प्रोफाइल्स को निष्क्रिय कर देता है जब तक कि व्यक्ति दोबारा जाकर बायोमेट्रिक अपडेट न कराए।

आधार कार्ड एक्टिव है या नहीं – कैसे चेक करें?

आप घर बैठे ही यह जान सकते हैं कि आपका आधार कार्ड एक्टिव है या नहीं। इसके लिए UIDAI की वेबसाइट पर जाना होगा और आधार वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।

आधार स्टेटस चेक करने के स्टेप्स:

  1. https://uidai.gov.in पर जाएं
  2. “Verify Aadhaar Number” विकल्प चुनें
  3. 12 अंकों का आधार नंबर डालें
  4. Captcha भरें और “Proceed” पर क्लिक करें
  5. स्टेटस सामने आ जाएगा – Active या Inactive

अगर आधार डिएक्टिवेट हो जाए तो क्या करें?

अगर आपका आधार डिएक्टिवेट हो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप इसे दोबारा सक्रिय करवा सकते हैं लेकिन उसके लिए कुछ डॉक्युमेंट्स और प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी।

जरूरी कदम:

  • नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाएं
  • पहचान और पते का प्रमाण लेकर जाएं
  • फॉर्म भरकर पुनः बायोमेट्रिक सत्यापन कराएं
  • 50 से 100 रुपये तक का शुल्क लग सकता है
  • 7 से 10 कार्यदिवस में आधार फिर से एक्टिव हो जाएगा

मेरा व्यक्तिगत अनुभव

मैंने खुद अपने माता-पिता के आधार कार्ड 2012 में बनवाए थे, और 2023 तक हमने कभी अपडेट नहीं करवाया। जब पेंशन के लिए दस्तावेज़ देने गए तो पता चला कि दस्तावेज अपडेशन जरूरी है। UIDAI केंद्र जाकर पहचान और पते का प्रमाण अपडेट करवाया, और 5 दिनों में सब कुछ सही हो गया। इस प्रक्रिया में न तो ज्यादा समय लगा और न ही ज्यादा परेशानी हुई, लेकिन समय रहते जानकारी मिल गई होती तो शायद दिक्कत भी नहीं होती।

क्या करें और क्या न करें?

आज के समय में आधार कार्ड केवल एक पहचान नहीं, बल्कि हर सरकारी योजना की कुंजी बन चुका है। इसलिए इसे अद्यतन (update) रखना, मोबाइल नंबर लिंक करना और सही जानकारी देना बहुत जरूरी है।

क्या करें:

  • समय-समय पर आधार अपडेट करवाएं
  • मोबाइल नंबर लिंक जरूर करें
  • केवल एक आधार कार्ड बनवाएं
  • बायोमेट्रिक डिटेल्स की जांच करवाते रहें

क्या न करें:

  • फर्जी दस्तावेज़ों से आधार न बनवाएं
  • एक से ज्यादा आधार कार्ड न बनवाएं
  • जानकारी छिपाकर आधार अपडेट न करें

(अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

1. आधार कार्ड डिएक्टिवेट कब होता है?
जब कोई व्यक्ति 10 साल से अधिक समय तक दस्तावेज़ अपडेट नहीं करता या फर्जी जानकारी देता है तो उसका आधार डिएक्टिवेट हो सकता है।

2. क्या मोबाइल नंबर लिंक करवाना जरूरी है?
जी हाँ, मोबाइल नंबर लिंक करना अनिवार्य है ताकि OTP और अन्य सेवाओं का लाभ मिल सके।

3. आधार डिएक्टिवेट हो जाए तो कैसे पता चलेगा?
UIDAI की वेबसाइट पर जाकर “Verify Aadhaar Number” के माध्यम से आप इसका स्टेटस देख सकते हैं।

4. आधार कार्ड दोबारा एक्टिव कैसे करवाएं?
नजदीकी आधार केंद्र जाकर पहचान और पते का प्रमाण देकर आधार को फिर से सक्रिय किया जा सकता है।

5. क्या बच्चों का आधार भी अपडेट करना पड़ता है?
जी हाँ, 5 साल और 15 साल की उम्र पर बच्चों के बायोमेट्रिक्स अपडेट करना अनिवार्य है।

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