सुबह सुबह जारी हो गई पेट्रोल डीजल की ताजा कीमत, देखें आपके शहर में क्या चल रहा है रेट Petrol Diesel Rates

Petrol Diesel Rates – आज सुबह-सुबह ही पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतों की घोषणा कर दी गई है, जिससे आम लोगों के बजट पर सीधा असर पड़ सकता है। हर महीने की तरह इस बार भी तेल कंपनियों ने अपने रेट अपडेट कर दिए हैं, और सबसे खास बात यह है कि कीमतों में कुछ शहरों में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। देश के अलग-अलग राज्यों में टैक्स की दरें अलग होने के कारण ईंधन की कीमतें भी अलग-अलग रहती हैं, और इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप अपने शहर के लेटेस्ट रेट जरूर चेक करें।

पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज़ाना सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, रूपए की डॉलर के मुकाबले कीमत, टैक्स और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को ध्यान में रखकर नए रेट तय करती हैं।

  • अंतरराष्ट्रीय क्रूड ऑयल की कीमतों में बदलाव
  • डॉलर और रूपए का एक्सचेंज रेट
  • केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स
  • डीलर का कमीशन और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज

इन सबको जोड़ने के बाद अंतिम खुदरा मूल्य तय किया जाता है।

जानिए देश के बड़े शहरों में आज के पेट्रोल-डीजल के रेट

नीचे दिए गए टेबल में देश के प्रमुख शहरों में 11 जुलाई 2025 को सुबह 6 बजे के बाद जारी ताजा रेट दर्शाए गए हैं:

शहर पेट्रोल (₹/लीटर) डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली 96.72 89.62
मुंबई 106.31 94.27
चेन्नई 102.63 94.24
कोलकाता 106.03 92.76
लखनऊ 96.57 89.76
पटना 107.74 94.51
बेंगलुरु 101.94 87.89
चंडीगढ़ 96.20 84.26

पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव से आम आदमी पर असर

ईंधन की कीमतों में जरा सा भी बदलाव सीधे आपकी जेब पर असर डालता है। खासतौर पर ऐसे लोग जो रोज गाड़ी से सफर करते हैं, उनके महीने का बजट गड़बड़ा सकता है।

उदाहरण:
मेरे एक जानने वाले ऑटो चालक विनोद जी हैं जो रोज़ लगभग ₹500 का डीजल खर्च करते हैं। जब डीजल ₹1 महंगा हुआ था, तो उन्होंने महीने के अंत तक ₹1500 ज्यादा खर्च महसूस किया। यही वजह है कि वे रोज़ सुबह सबसे पहले पेट्रोल पंप पर रेट चेक करते हैं और उसी हिसाब से अपनी सवारी की कीमत तय करते हैं।

अपने शहर के रेट कैसे चेक करें?

हर किसी को रोज अपने शहर के लेटेस्ट पेट्रोल-डीजल रेट की जानकारी होना ज़रूरी है। इसके लिए आप निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं:

  • SMS के जरिए:
    • इंडियन ऑयल यूजर ‘RSP ’ भेजें 9224992249 पर
    • HPCL यूजर ‘HPPRICE ’ भेजें 9222201122 पर
    • BPCL यूजर ‘RSP ’ भेजें 9223112222 पर
  • ऑनलाइन वेबसाइट या मोबाइल एप:
    इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट और एप पर रोजाना अपडेट मिलती है।

क्या पेट्रोल-डीजल की कीमतें फिर से बढ़ेंगी?

तेल बाजार के जानकारों के अनुसार, अगर आने वाले हफ्तों में क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी आई या डॉलर के मुकाबले रूपया कमजोर हुआ, तो भारत में ईंधन की कीमतों में फिर इज़ाफा हो सकता है। इसके अलावा मानसून के मौसम में आपूर्ति पर असर पड़ने से भी ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ सकता है।

आम लोगों को क्या करना चाहिए?

  • ज़रूरत हो तभी गाड़ी निकालें, फालतू सफर से बचें
  • कारपूलिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें
  • नजदीकी पेट्रोल पंप से रेट की तुलना करें – कई बार 1-2 रुपये प्रति लीटर का अंतर होता है

व्यक्तिगत अनुभव:
मैंने खुद पिछले महीने पेट्रोल की कीमतों में फर्क देखकर अपनी बाइक की टंकी अलग-अलग पंप पर भरवाई और पाया कि नजदीकी दो पंपों में 1.20 रुपये का अंतर था। महीने के अंत में यह ₹100-₹150 की बचत में बदल गया।

हर आम नागरिक के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि उनके शहर में आज पेट्रोल-डीजल के दाम क्या हैं। इससे वे न केवल बजट में संतुलन बना सकते हैं, बल्कि भविष्य की प्लानिंग भी कर सकते हैं। साथ ही यदि आप ट्रांसपोर्ट से जुड़े पेशे में हैं, तो यह जानकारी आपके लिए और भी जरूरी हो जाती है।

पेट्रोल डीजल की कीमत से जुड़े सवाल

1. पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज क्यों बदलती हैं?
पेट्रोलियम कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे अंतरराष्ट्रीय बाजार और टैक्स को ध्यान में रखकर नई कीमतें तय करती हैं।

2. क्या हर राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमत एक जैसी होती है?
नहीं, हर राज्य में वैट और टैक्स अलग-अलग होने के कारण कीमतें भी अलग होती हैं।

3. रेट चेक करने का सबसे आसान तरीका क्या है?
SMS और तेल कंपनियों के ऐप या वेबसाइट से आप मिनटों में अपने शहर का रेट चेक कर सकते हैं।

4. क्या पेट्रोल और डीजल की कीमतें आगे भी बढ़ सकती हैं?
हां, अगर क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ती हैं या डॉलर महंगा होता है, तो कीमतें फिर बढ़ सकती हैं।

5. क्या सरकारी सब्सिडी अब भी मिलती है?
फिलहाल पेट्रोल और डीजल पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है, लेकिन सरकार जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप कर सकती है।

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